आजु मिथिला नगरिया निहाल सखियां, चारो दूल्हा में बड़का कमाल सखियां
भंडारा के साथ सम्पन्न हुआ 14वां पूण्य स्मृति सह पूजन महोत्सव *श्रीराम कथा में हुआ सीताराम विवाह का कथा
बक्सर अप टू डेट न्यूज़ :- श्री हनुमत धाम मंदिर कमरपुर में चल रहे पूज्य नेहनिधि नारायण दास भक्तमाली मामा जी महाराज के पूण्य स्मृति सह पूजन महोत्सव के अंतिम दिन भंडारा के साथ संपन्न हो गया।इसके पूर्व सुबह श्री भगवन्नाम हरि कीर्तन हुआ उसके बाद दोपहर में पूज्य मामा जी महाराज के प्रथम शिष्य श्री राम चरित्र दास जी महाराज के मुखारविंद से श्रीराम कथा हुआ। कथा के दौरान महराज जी ने सीताराम विवाह की कथा एक एक विधि के साथ सुनाई।
उन्होंने ने बताया कि बारात में गुरु वशिष्ठ व राजा दशरथ हाथी पर सवार होकर तथा चारों भाई राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न पहले घोड़े पर सवार होकर जनकपुर के राजा जनक के द्वार पहुंचते हैं. जहां महाराज जनक के द्वार पर द्वारपूजा की रस्म पूरी की जाती है. द्वार पूजा के बाद पुनः चारों भाई जनवासे में लौट जाते हैं. द्वार पूजा के बाद लौट कर जनवासे में विराजमान चारों दूल्हा सरकार पुनः विवाह की रस्म आगे बढ़ाने के लिए पालकी पर सवार होकर राजा जनक के द्वार पर पहुंचते हैं जहां सिया जी की सखियां भगवान की आरती उतारती हैं और लोढ़ा लेकर परिछन होती हैं.
विवाह की रस्म जिसमें चारों कन्याओं सीता, उर्मिला, मांडवी एवं श्रुतिकीर्ति को महाराज जनक जी व उनकी पत्नी द्वारा कन्यादान हुई। कन्यादान के पद सुन सभी के आँख भर गए।
कार्यक्रम में रामलीला मंडली के मीडिया प्रभारी नीतीश सिंह, राजेश, प्रियांशु, गोविन्द, पिंटू, अशोक, नमोनारायण, रविलाल, जयशंकर, लालजी,अशोक, अनिमेष, राजेश, रामु, कुश, पुरुषोत्तम, राधेय समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।