गंगा नदी में एक साथ बहती दिखी दर्जनों मवेशियों की लाशें, स्वच्छ गंगा अभीयान पर खड़े होने लगे सवाल

बक्सर अप टू डेट न्यूज़ :- जिला में गंगा नदी में एक बार फिर बहती लाशें देखी गई। हालांकि, इस बार इंसानी नहीं बल्कि दर्जनों मवेशियों की लाशें पवित्र नदी में बहाए गए हैं। मिले लाशों से एक बार फिर कई सवाल खड़े होने लगे है|

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एक साथ इतनी संख्या में मवेशियों के बहते शवों को देख लोग हतप्रभ है।क्या जिले में मवेशियों की मरने की संख्या बढ़ गई है या चौसा पशु मेला में मरने वाली मवेशियों को ठोरा नदी से गिराया जा रहा है।लेकिन सवाल यह भी है कि क्या गंगा सफाई अभियान को लेकर लोगो को जगरूक करने के नाम पर केवल खाना पूर्ति की जा रही है।रविवार को बक्सर जिला स्थित गंगा नदी व ठोरा नदी के संगम पर दर्जनों की संख्या में एक साथ पशुओं बहती लाशों से चर्चा में है।

सरकार ने गंगा नदी को स्वच्छ रखने एवं उसे अविरल बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। ऐसे में जिला मुख्यालय में गंगा स्वच्छता अभियान की पोल भी खुल रही हैं।अभी भी गंगा में मूर्ति विसर्जन और प्रदूषण फैलाने वाले चीजों का गंगा में विसर्जित न करने को लेकर प्रशासन द्वारा पूर्णतः रोक लगाए गया है। श्रद्धालुओं द्वारा इसका पालन भी किया गया। हाल ही में सरस्वती पूजा के दौरान मूर्तियों को पोखर तालाबो में विसर्जित किया गया। लेकिन इसके बावजूद भी जिला मुख्यालय के गंगा तटों पर इतनी बड़ी संख्या में मवेशियों की लाश से गंगा में पाए जाने से फिर से अभियानों के तहत चल रहे कार्य और उसके प्रभाव पर सवाल खड़े हो गए हैं

इस संबंध में जब नगर कार्यपालक पदाधिकारी से प्रेम स्वरूपम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमे ऐसी कोई सूचना नही है।अगर ऐसी बात है तो पता करवाते है।कि ये मवेशियों के शव इतनी तादाद में कहां से बह कर आये है।

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