मौनी अमावस्या पर हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
बक्सर अप टू डेट न्यूज़ |गंगा घाट पर मौनी अमावस्या के अवसर पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी हैं। लोग मौन होकर गंगा स्नान के लिए ब्रम्हांमुहर्त से हीं पहुंचे हैं। जिसे लेकर जिला प्रशासन द्वारा घाट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई हैं। साथ हीं मंदिर समिति द्वारा अलाउंस किया जा रहा हैं कि महिलाएं चोरों और चैन स्नेचर से सावधान रहे।
बता दे की शुक्रवार की सुबह से ही बक्सर के प्रसिद्ध रामरेखा गंगा घाट पर अद्भुत नजारा दिखाई दे रहा हैं। वही ठंड का श्रद्धालुओं पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है। दोपहर 12 बजे तक 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं की गंगा में डुबकी लगाने का अनुमान लगाया जा रहा है।
नेपाल और उत्तर बिहार से जल लेने पहुंचे श्रद्धालु
बता दे की उतर बिहार और नेपाल के लोगों के लिए बक्सर आस्था का केंद्र हैं। मौनी अमवस्या पर हर साल काफ़ी संख्या में उत्तर बिहार और नेपाल से लोग पहुंचते हैं। मौनी अमावस्या को स्नान, पूजा और दान करने के बाद यहां से जल उठाकर अरेराज स्थित सोमेश्वरनाथ को जलाभिषेक करेंगे।
मोतिहारी से पहुंचे युगल किशोर द्वारा बताया गया की दस वर्षों से लगातार आ रहे हैं। गंगा नदी में स्नान करने का महत्व होता है।यहाँ के जल से अपने यहाँ के प्रशिद्ध मंदिर सोमेश्वरनाथ का जलाभिषेक किया जाता हैं।
स्नान के दौरान मौन रहने की है परंपरा
बक्सर के विद्वान पंडितो की माने तो मौनी अमावस्या के दिन मान्यता है कि स्नान के दौरान मौन रहा जाता है। श्रद्धालु अपने घरों से गंगा घाट पहुंचे और मौन रहकर डुबकियां लगाते दिखे। बक्सर के रामरेखा घाट, नाथ बाबा घाट, सती घाट, महदेवा घाट घाट पर सबसे ज्यादा श्रद्धालु दिखाई दिए।
इसके अलावा अन्य घाटों पर लोग स्नान करने पहुंचे। ज्यादातर श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद दर्शन पूजन किया।गंगा घाट पर सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की देखी जा रही है। आसपास के जिलों से भी लोगों का बक्सर पहुंचने का सिलसिला भोर से ही शुरू है।श्रद्धांलुओं को कोई परेशानी न हो ट्रैफिक पुलिस जगह जगह-जगह तैनात हैं।