पेट्रोल पंप कर्मी हत्या में पुलिस को मिली बड़ी सुराग, SP बोले-अपराधी बहुत जल्द होंगे गिरफ्त में
तीन दिन का कलेक्शन एक साथ जमा करने की खबर थी अपरधियों को,घटना को अंजाम देने से पहले कई बार किया गया रेकी,
बक्सर अप टू डेट न्यूज़ :- पेट्रोल पम्प कर्मी कुल 3 दिन का कलेक्शन लेकर बैंक पहुंचा हुआ था।बैंकों में 18 मार्च से ही छुट्टियां चल रही थी। सोमवार को चौथे दिन बैंक खुला था। यही कारण है कि पेट्रोल पम्प कर्मी के पास पिछले 3 दिन के कलेक्शन का मोटा रकम था।
संभवतः लुटेरों को भी इस बात की जानकारी थी।जिसके लिए अपराधी पेट्रोल पम्प के पास ही घात लागये हुए थे।जैसे ही पम्प मैनेजर स्कार्पियो में सवार हो बैंक के पास उतरा वैसे ही अपरधियों ने हमला बोल दिया।बैग छीनने के दौरान ताबड़तोड़ 4 गोलियां चलाई जो मनोज मैनेजर के सीने में जा लगी। खून से लथपथ हो वहीं पर गिर पड़े थे। इलाज के लिए बक्सर ले जाने के दौरान रास्ते में ही मैनेजर ने दम तोड़ दिया। घटना स्थल से पुलिस को दो खोखे मिले है।
जल्दी ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सूत्रों की माने तो बैग में पिछले तीन दिन के कलेक्शन का पांच लाख से ऊपर रुपए था। घटना की सूचना मिलते ही तत्काल ASP राज, नया भोजपुर OP तथा सिमरी थाने की पुलिस मौके पर पहुंच छानबीन शुरू कर दी।शक के घेरे में होने के कारण मैनेजर के साथ स्कार्पियो चालक उपाध्याय को हिरासत में ले पूछताछ चल रहा है।वहीं SP नीरज कुमार सिंह ने कहा कि घटना को अंजाम देने वाले अपराधिक गिरोह के संबंध में अहम सुराग हाथ लगे हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना को पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया है। जल्दी ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मृतक मनोज पासवान उम्र 40 वर्ष, पिता भरत पासवान औद्योगिक थाना क्षेत्र के दहिवर गांव का रहने वाला था तथा वह प्रताप सागर से महज तीन सौ मीटर पश्चिम स्थित भारत पेट्रोलियम के ” मिताली सर्विस स्टेशन” पर बतौर मैनेजर कार्यरत था। यह पेट्रोल पंप इसी थाना क्षेत्र के मझरिया गांव के मिथिलेश सिंह का है। घटना के बाद से पेट्रोल पंप तथा प्रताप सागर स्थित इंडियन बैंक दोनों में कामकाज ठप हो गया था। पेट्रोल पंप के कर्मी इस घटना से काफी आहत थे।
सफेद अपाची बाइक सवार अपराधियों ने दिया है घटना को अंजाम
मिली जानकारी के अनुसार अपराधी सफेद अपाची बाइक पर सवार होकर आए थे। बैंक में जाने के लिए जैसे उतरे की सफेद रंग की अपाची बाइक पर बैठे 3 अपराध कर्मी उसके पास तेजी से पहुंचे तथा रुपयो से भरा बैग छीनने लगे। मनोज ने उनके हरकत का विरोध किया इसी दौरान एक अपराधी ने उसके सीने में चार गोलियां चलाई जिसमे दो गोली सीने में घूंस गई।बैग लेकर तीनों तेजी से पुराना भोजपुर की तरफ भाग निकले। गोली लगते ही वह जमीन पर गिर गया था। तत्काल इसकी सूचना नया भोजपुर पुलिस को दी गई।
पुलिस के पहुंचने तक चल रही थी सांसे
जानकारों की माने तो पुलिस के पहुंचने तक उसकी सांसे चल रही थी। पुलिस आनन-फानन में उसे लेकर इलाज के लिए बक्सर की तरफ दौड़ी लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।इस घटना के बाद प्रताप सागर में भगदड़ मच गई थी। कुछ देर के लिए लोग भयभीत हो गए थे।
पुलिस के आने के बाद ही लोगों का डर कम हुआ। भरी दुपहरी मैनेजर को गोली मार रूपयो से भरा बैग लूटने वाले अपराधियों के दुस्साहस की चर्चा पूरे दिन आसपास के क्षेत्रों में होते रही। लोगो का कहना है कि बैंक परिसर काफी सुरक्षित जगह पर है तथा पहली बार अपराधियों ने अस्पताल परिसर के अंदर इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया है।