स्कूल का गिर रहा छत, बच्चों ने छोड़ दिया जाना स्कूल
बक्सर अप टू डेट न्यूज़ | जिला मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर पवनी पंचायत स्थिति हादीपुर प्राथमिक विद्यालय के तीन कमरों में से एक कमरे का छत पूरी तरह से गिर गया है। विद्यालय के बरामदे का भी कुछ हिस्सा गिर गया है। साथ ही अन्य कमरों की स्थिति भी यहीं बनी हुई है।
ऐसे में विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों ने स्कूल आना ही छोड़ दिया है। इस विद्यालय में 48 बच्चों का नामांकन है और अभी विद्यालय में 5 से 6 बच्चे ही आते है। विद्यालय की जर्जर हालत के बारे में विद्यालय द्वारा लिखित रूप से कई बार अवगत कराया गया है।लेकिन अधिकारी शायद किसी अनहोनी के इंतजार में है।
विद्यालय में मिले आवेदनों की रिसीविंग के अनुसार अधिकारियों को विद्यालय की स्थिति के बारे में जानकारी 2015 से दी जा रही है। विद्यालय का निर्माण 2008 में किया गया था।लेकिन निर्माण के सात साल बाद ही विद्यालय की छत से पानी टपकने लगा।
उसके कुछ साल बाद स्थिति जर्जर होने लगी। पहले छोटे-छोटे टुकड़े गिरने से सरिया दिखाई देता था। अब कमरे के छत गिर रही है। जिससे यह साफ पता चलता है कि विद्यालय के निर्माण में मानकों का पालन नहीं किया गया है।
हादीपुर निवासी नारायण सिंह से जब बच्चो को स्कूल न भेजने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा की बच्चे को पढ़ने के लिए इसलिए नहीं भेज रहे है की स्कूल काफी जर्जर हो गया है। स्कूल का छत गिर रहा है। कब बच्चों का जान चला जायेगा, इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। इसलिए हमलोग अपने बच्चो को नहीं भेज रहे है। उन्होंने कहा कि इस स्कूल के बने दस साल ही हुए और स्थिति आपके समाने है। विद्यालय के प्रभारी शिक्षक अवधेश कुमार ने कहा कि हमारे विद्यालय में कुल 48 छात्रों का नामांकन किया गया है। लेकिन स्कूल के जर्जर होने से बच्चे आ नहीं रहे है।