बक्सर से बड़ा कोई धाम नहीं : गंगापुत्र
श्री हनुमान चालीसा के पाठ से शुभारंभ हुआ महोत्सव
बक्सर अप टू डेट न्यूज़ | नेहनिधि नारायण दास भक्तमालि मामा जी महाराज की पुण्य स्मृति महोत्सव के 16वें वर्ष कमरपुर में शुक्रवार की सुबह शुभारंभ हो गई। प्रथम दिन सुबह श्री हनुमान चालीसा का सामूहिक अखण्ड पाठ व दोपहर में भक्तमाल के सामूहिक पाठ के साथ शुभारंभ हुआ।
गुरुदेव मामा जी के प्रथम कृपा पात्र शिष्य श्री रामचरित्र दास जी महाराज ने श्री हनुमान चालीसा पाठ से कार्यक्रम की शुरूआत की। श्रीमद्भागवत कथा के सरस व सुमधुर गायक गंगापुत्र श्री लक्ष्मी नारायण त्रिदण्डी स्वामी जी महाराज ने श्रीमद्भागवत की महिमा विस्तार से सुनाया। कथा से पहले व्यास पूजन श्री रामचरित्र दास जी महाराज के द्वारा किया। वही व्यास पूजन के दौरान भक्तश्री रैदास जी पंक्ति आज दिवस लेऊँ बलिहार। मेरे घर आया रामका प्यार ,आँगन बँगला भवन भयो पावन ।हरिजन बैठे हरिजस गावन,करूँ डंडवत चरन पखारूँ,तन-मन-धन उन उपरि वारूँ,, की गीत से कथा व्यास की स्वागत किये।
कथा में गंगापुत्र श्री लक्ष्मी नारायण त्रिदण्डी स्वामी जी महाराज ने कहा कि कथा सुनने से शीघ्र दरिद्र और कष्ट खत्म हो जाती है, कथा सुनने से भाग्य भी खुल जाती है। मानस पढ़ने से नही मानस को अपने हृदय में उतारने से ही कल्याण होगा। भगवान और भगवान के सच्चे भक्त ही केवल मृत्यु को डाल सकते हैं। चार महापाप के बारे में बताते हुए काहे की पहल पाप मदिरा मांस खाना है, दूसरा महापाप भगवान के मूर्तियों में भेद करना तीसरा महापाप सन्तो में भेद करना और चौथा महापाप गुरु के द्वारा दिये गए मंत्र को भूल जाना। अगर जीवन में यह चारों पाप से बचना चाहिए।
बक्सर से बड़ा कोई धाम नहीं है, जहाँ भगवान की जन्म स्थली, भगवान राम की शिक्षा स्थली, महर्षि विश्वामित्र की नगरी, माँ गंगा की निर्मल धारा, महर्षि गौतम ऋषि की आश्रम, हनुमानजी की ननिहाल हो, वह सिद्धाश्रम कितना धन्य है। इसी भूमि पर पूज्य त्रिदण्डी स्वामी और मामा जी महाराज की कर्म और जन्मस्थली हो। तुसली दास जी के स्वरूप थे मामा जी महाराज, जिनकी पद, गीत के बिना विश्व के किसी भी कथावाचक का कथा पूरा तक नहीं होती।
कार्यक्रम को लेकर सज धज कर तैयार हुआ गांव, बना भक्तिमय माहौल
कार्यक्रम को लेकर पूरे गांव सजधज कर तैयार हो गया। गांव समेत आसपास गांवों में भक्ति का माहौल बना गया है। वहीं, कथा सुनने आये भक्तों का कहना है कि इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर अपने आप को बड़ा भाग्यशाली समझता हूं। इस तरह कार्यक्रम से भक्ति का प्रचार प्रसार के साथ आने वाले पीढ़ी को भी बेहतर शिक्षा के साथ संस्कार देगी।
कार्यक्रम में रविलाल, नीतीश सिंह, लालाजी, अशोक मिश्रा,नमोनारायण उपाध्यक्ष जयशंकर तिवारी, विनीता दीदी समेत ग्रामीण भक्त उपस्थित रहे।