भारत की विरासत है नाट्य कला, भारतीय कला को सजीव रूप प्रदान कर रहा है नवरंग
नवरंग कला मंच के बैनर तले हुआ अंधेर नगरी चौपट राजा व विदेषिया का मंचन
बक्सर अप टू डेट न्यूज़|डुमरांव :- रविवार को डुमरांव चौक रोड़ स्थिम एमके मैरेज हाल में नवरंग कला मंच के बैनर तले भारतेंदु हरिचंद्र द्वारा लिखित अंधेर नगरी चौपट राजा और भोजपुरी के शेक्सपीयर कहें जाने वाले भिखारी ठाकुर द्वारा लिखित विदेषिया नाटक का मंचन किया गया|
जिसका उदघाटन विभिन्न राज्यों से आए कृषि कालेज के वैज्ञानिकों ने संयुक्त रूप से फिता काटकर किया. जिसमें असम से डा. करिष्मा दास, यूपी से डा. मोनिका, महाराष्ट्र से डा. अषोक पाटिल, उड़ीसा से डा. स्नेहाषीष, डा. एमके चंदारागनी, डा. रणजीत कुमार, डा. जितेंद्र कुमार, डुमरांव कृषि कालेज से षिव कुमार चौधरी, डा. मनिभूषण ठाकुर, ने संयुक्त रूप से किया.
अपने संबोधन में कहां कि भारत की विरासत रहीं है नाटयकला जो आधुनिकता के दौर में खत्म होने के कगार पर विराजमान है. किंतु, इस शहर में इस तरह के आयोजन भारतीय कला को सजीव रूप प्रदान करेगा. उन्होने आगे कहां कि स्थानीय स्थल पर कला का अंबार है. इसे एक अलग पहचान देने के लिए सहयोग की आवष्यकता है. कलाकार को मंच की आवश्यकता है.
विदेषिया व जोकर की भूमिका में रहे विजय राजहंस
नवरंग कला मंच के महिला समूह द्वारा हस्तनिर्मित जाता सतु लाचिंग किया. अतिथियों को माला पहना व उपहार देकर मंच के अध्यक्ष विमेलष कुमार सिंह, सचिव डा. भाष्कर मिश्रा, मनोज दूबे, सरोज कुमार, मनोज कुमार मिश्रा, सम्मानित किया. कार्यक्रम अंधेर नगरी चौपट राजा में सुप्रिया ओझा गुरू जी, मछली वाली, नदीम अंसारी, गोबरध दास व भिष्ती, अभिषेक कुमार महाराज, चना वाला, पाचक वाला, मनीष मिश्रा मंत्री, सिपाही, मुगल, हलवाई, कैफ आलम नारायण दास, सिपाही, अष्विनी कुमार चुना वाला, बनिया, कोतवाल, कल्लु, आस्था नारंगी वाली और सौरभ सिंह कसाई का रोल किया. वहीं विदेषिया में सूत्रधार जितेंद्र कुमार, बटोही मनोज दूबे, प्यारी सुदरी जुली ओझा, सलोनी आस्था गुप्ता, विदेषिया व जोकर विजय राजहंस भूमिका में रहेे.
कार्यक्रम कै दौरान ओमकार दूबे व भोलू दूबे ने होली गीत व लव-कुष कांड का गीत प्रस्तुत कर लोगों का दिल जीत लिया. आस्था ने एकल गीत पर बेहतर डांस प्रस्तुत किया. नाटक मंचन के उपरांत महिला समूह के टीम लीडर सरोज देवी के अलावे षिमला, कुमुद, मीना, पिंकी, रिंकु, बिंदु, शैल, रूकमीना, सरस्वती, रूबी, फुलकुमारी, मंजु, चंचल को असम से कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर मौजूद डा. करिष्मा दास और यूपी के डा. प्रियंका ने समूह की महिलाओं को माला पहनाकर सम्मानित किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डीके कालेज के पूर्व प्रो. कामता लाल सिन्हा व मंच संचालन अमित कुमार सिन्हा ने किया.
मौके पर नाल पर भुवर, तबला पर भोलु दूबे, हारमोनियम पर मुन्ना जी, झाल व गायन में आलोक कुमार मिश्रा रहें. कलाकारों के बेहतर प्रस्तुति पर उपस्थित लोगों ने ताली बजाकर प्रोत्साहित किया. मौक पर पूर्व एचएम पुष्पा कुमारी, अषोक कुमार सिंह, डा. मनीष कुमार शषि, मनोज केषरी, संजय मिश्रा, विजय लाल शर्मा, सत्यम गुप्ता, विषोका चंद, अनिल केषरी सहित अन्य मौजूद रहें.