ABVP के नगर अध्यक्ष बने प्रो० (डॉ) रवि प्रभात
बक्सर अप टू डेट न्यूज़ | अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बक्सर नगर इकाई के द्वारा महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय के मानस प्रशाल में नगर इकाई का पुनर्गठन किया गया|
जिसको संबोधित करते हुए विद्यार्थी परिषद के जिला प्रमुख सह मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० (डॉ) यशवंत सिन्हा ने कहा कि विद्यार्थी परिषद वर्षभर महाविद्यालय परिसर में कार्य करने वाला ज्ञान ,शील और एकता को चरितार्थ करने वाला देश का अग्रणी छात्र संगठन है जिसकी कार्य संकल्पना में ही केवल छात्रों को जोड़ने का कार्य नहीं है अपितु एक समग्र शिक्षा परिवार की धारणा है और शिक्षा परिवार की संकल्पना के ही कारण विद्यार्थी परिषद में छात्रों के साथ-साथ शिक्षक भी कार्य करते ताकि देश का सतत और व्यापक विकास हो सके।
अगले वक्ता विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रो० (डॉ) योगरषि राजपूत ने कहा कि विद्यार्थी परिषद का स्पष्ट मानना है कि छात्र कल का नहीं बल्कि आज का नागरिक है और विद्यार्थी परिषद का कार्य राष्ट्र के पुनर्निर्माण व्यपाक संदर्भ में कार्य करना है ताकि भारत पुनः विश्वगुरु बन कर पूरे विश्व का सांस्कृतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक मोर्चे नेतृत्व कर सके।
आगे की कड़ी में महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय के रसायन विज्ञान के प्रोफेसर सह पूर्व नगर अध्यक्ष भरत चौबे ने पूर्व की नगर इकाई को भंग करते हुए नई कार्यकारिणी के लिए शुभकामनाएं दी। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य त्रिभुवन पाण्डेय ने नई कार्यकारिणी की घोषणा की|
जिसमे नगर अध्यक्ष के रूप में महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय के संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० (डॉ)रवि प्रभात,नगर उपाध्यक्ष के रूप में पवन पाण्डेय, नगर मंत्री के रूप में प्रियांशु शुभम, नगर सह मंत्री के रूप में विराज सिंह, अभिनव पाण्डेय,राहुल मिश्रा, खुशी कुमारी, कार्यसमिति सदस्य- अनीश कुमार, रोहित श्रीवास्तव, अमित केसरी, पूजा कुमारी, राजीव कुमार, अनु कुमारी, श्रुति कुमारी, नगर कार्यालय प्रमुख के रूप में निरंजन साह, नगर कोष प्रमुख के रूप में चंदन निषाद, नगर NCC प्रमुख के रूप में विकास पाण्डेय, नगर SFS प्रमुख के रूप में आँचल कुमारी बनी| मंच का संचालन जिला संयोजक रविरंजन पासवान ने किया।
उक्त असवर पर विवेक सिंह, अविनाश पाण्डेय, महिमा कुमारी, सुनीता, शशिकांत कुमार, अभिनंदन, शुभम, सत्यम, राजीव आयुष समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।