रघुनाथपुर के नाम बदलने का तुगलकी फरमान वापस ले सरकार

बक्सर अप टू डेट न्यूज़ | रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की घोषणा पर स्थानीय लोगों में नाराजगी है। इसको लेकर रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर ग्राम रक्षा समिति ने व्यापक धरना दिया। साथ ही पांच सूत्री मांग का ज्ञापन स्टेशन प्रबन्धक के मध्यम से रेल मंत्रालय को दिया|

जिनमे रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के प्रस्ताव को अविलम्ब वापस ले, पूर्व में की गई ट्रेनों के ठहराव के मांग को पूरा किया जाय, प्लेटफार्म नम्बर 3 से 4 तक जाने के लिए ओवरब्रिज का निर्माण किया जाय ताकि दुर्घटना नहीं हो, रिजर्वेशन काउन्टर और समान्य टिकट काउन्टर को अलग किया जाय और भूलभूत सुविधाओं जहाँ सौचालय एवं पेयजल की समुचित व्यवस्था हो की मांग पात्र सौपा|

ग्राम रक्षा समिति के अध्यक्ष सर्वेश सिंह का कहना है की सरकार द्वारा रघुनाथपुर के नाम बदलने का तुगलकी फरमान को हम सभी ग्राम वासी कत्तई बर्दास्त नही कर सकते। इसके लिए चाहे हमे अपने प्राणों की आहुति ही क्यों न देना पड़े इसके लिए भी हम सभी पीछे नही हटेंगे। वही, सचिव शैलेश ओझा का कहना था की बनारस के बाद अगर तुलसी दास जी का कोई पसंदीदा जगह था वो रघुनाथपुर ही था और इस गांव का नामकारण उनके द्वारा ही किया गया था। रामायण रचना दौरान रामायण की कई चौपाइयों की रचना भी गोस्वामी जी ने रघुनाथपुर में हो किया था। सरकार द्वारा रघुनाथपुर का नाम बदलने का मतलब है यहां के इतिहास को बदलना और ये कत्तई हम सभी ग्राम वासियों को स्वीकार्य नहीं।

धरने में शकील अहमद, प्रभु मिश्र, अक्षय लाल राऊत, मुहम्मद मुस्तफा
आकाश मिश्र, गुड्डू पांडे, दाऊ सिंह, राकेश कश्यप, मनीष भारद्वाज, ललन मिश्र,सुधीर सिंह,कृष्णविहारी चौबे उपस्थित रहे|

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