रणक्षेत्र बना महाविद्यालय : कई संगठनों ने निकाया विरोध मार्च तो किसी ने बांधी काली पट्टी

बक्सर अप टू डेट न्यूज़ | मंगलवार को एमवी कॉलेज में छात्र और प्रोफेसर के साथ हुए मारपीट के बाद दोनों पक्षों द्वारा एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद बुधवार को विभिन्न छात्र संगठनों के द्वारा छात्र नेता रवि यादव और तुषार विजेता पर हुए हमले के खिलाफ ज्योति चौक से एक विरोध मार्च निकाला। जो महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय पहुंचा जहां पर एक दिवसीय धरना दिया गया। जिसकी अध्यक्षता रवि यादव ने की जबकि संचालन पृथ्वीराज ने किया।

जिसमें छात्र राजद, एआईएसएफ, एनएसयूआई के सभी नेताओं ने अपनी बाते रखीं। छात्र नेताओं ने कहा कि देश के अंदर विश्वविद्यालयों में लोकतांत्रिक माहौल को खराब करने की कोशिश किया जा रहा है और एक विचारधारा को लागू करने की कोशिश की जा रही है। जिस तरह से अभाविप और आरएसएस के गुंडों का अत्याचार बढ़ा है। यह लोकतंत्र और संविधान के लिए खतरा है सभी साथियों ने कॉलेज प्रशासन को अपना मांग पत्र सौंपा जिसमे कहा कि छात्र नेताओं पर हुए हमले का एक को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनाई जाए। छात्र नेताओं के हमले के दोषी शिक्षक को तत्काल बर्खास्त किया जाए और जांच कमेटी से दूर रखा जाए|

कॉलेज में शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ का धरना

शिक्षा स्थली पर असामाजिक तत्वों द्वारा शिक्षक व कर्मचारियों के साथ किए गए मारपीट के विरोध में शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ ने विरोध जताया है। एमवी कॉलेज बक्सर में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग को लेकर महाविद्यालय के कर्मियों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। हालांकि इस धरना में शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के साथ-साथ महाविद्यालय के सभी शिक्षकों ने भी साथ देते हुए धरना पर बैठे रहें। धरने पर वीरेन्द्र कुमार पांडेय, चिन्मय प्रकाश झा, दयाशंकर तिवारी, डॉ. अमित कुमार मिश्रा, शैलेन्द्र नाथ पाठक, सुनील कुमार, अभय कुमार मिश्रा, राजीव रंजन कुमार, रंजीत कुमार श्रीवास्तव, कन्हैया प्रसाद, मुन्नी देवी, सरिता कुमारी, रंजू देवी, शांति कुमारी देवी, अनिल कुमार, सुरेश कुमार सिंह, रंगनाथ तिवारी, राजेश्वर प्रसाद, हरगोबिंद सिंह, विनायक दत्त पाठक, टुनटुन मिश्रा, शिवराज भारद्वाज आदि रहें।

एमवी कॉलेज की घटना की निष्पक्ष जांच हो : नीतीश

महर्षि विश्वमित्र महाविद्यालय में गुरुपूर्णिमा के एक दिन बाद शिक्षक में हुई हिंसा का विरोध करता हूं। इस तरह की कुकृत्य घटना महाविद्यालय परिसर में नहीं होना चाहिए था। इस तरह की घटना महाविद्यालय समेत समाज को गलत संदेश जाएगा। इस संबंध में निर्वाचित छात्रसंघ प्रतिनिधि नीतीश सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि महाविद्यालय परिसर राजनीति का अखाड़ा समेत दलालों का अड्डा बन गया है। अपने आप को नेता घोषित कर छात्रों से नामांकन के नाम पर हजारों रुपए की वसूली करते हैं और जब नामांकन नहीं होता है तो इस तरह के कुकृत्य करने पर उतारू हो जाते हैं।

ऐसे में महाविद्यालय प्रशासन से आग्रह करूंगा वैसे नेताओं को चिह्नित कर महाविद्यालय परिसर से दूर ही रखा जाय। वैसे भी लोग आते हैं जिनका महाविद्यालय से कोई मतलब नहीं है। महाविद्यालय से उनको निकले कई वर्ष हो गए हैं। उनका सिर्फ मतलब अपनी रोटी सेकना रह गया है। वैसे लोगों को भी चिह्नित कर महाविद्यालय परिसर से दूर रखा जाय। सोमवार की हुई घटना की कॉलेज प्रशासन और पुलिस प्रशासन से आग्रह करूंगा इसकी निष्पक्ष जांच हो और जो भी दोषी मिले उनपर सख्त करवाई हो।

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