सिद्धेश्वर नाथ मंदिर : शिवलिंग स्वयं प्रकट एवं चमत्कारी
बक्सर अप टू डेट न्यूज़,ए० एन० चंचल | प्रखंड के छोटकानुआंव का शिवलिंग स्वयं प्रकट एवं चमत्कारी है। यह सिद्धहेश्वर नाथ मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। यहाँ का शिवलिंग निरंतर बढ़ते रहता है। साथ ही इस शिवलिंग में पूरा शिव परिवार समाहित है। जो कि देखने पर स्पष्ट दिखाई देता है। इस शिवलिंग में माँ पार्वती के साथ साथ गणेश जी भी हैं। यहाँ श्रावण के सोमवारी को आस पास के गांवों के लोगों का पूजा करने के लिए भीड़ लगता है।
ऐसी मान्यता है कि उदालक मुनि के आग्रह पर भगवान विष्णु ने इस शिवलिंग की स्थापना की है। त्रेतायुग में महर्षि विश्वामित्र के साथ अयोध्या से चलकर भगवान राम लक्ष्मण सहित बक्सर सिद्धाश्रम पधारे। ताड़का, सुबाहु का मर्दन करने के पश्चात इस क्षेत्र के पंचकोश क्षेत्र में पांचों गांवों का भ्रमण करके यहाँ के ऋषि मुनियों से मिले और उनका आशीर्वाद प्राप्त किये। इसी दोरान चोथे दिन उदालक मुनि के आश्रम में विश्राम किये। बताते चलें कि अगहन में पंचकोशी यात्रा का चौथा पड़ाव यही बाबा सिद्धेश्वर महादेव के यहाँ ही होता है। पंचकोशी परिक्रमा के दोरान श्रद्धालु पास के सरोवर में टनान करके इस प्राचीन शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं और विश्राम करते हैं।
जब इस प्राचीन मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए ग्रामीणों ने स्वयं से चंदा इकट्ठा कर इसको भव्यता देने का काम शुरू कर दिया जो कि आज इसके पास से गुजरने वाले लोगों का यह बरबस ही ध्यान आकर्षित कर लेता है।