जल जीवन हरियाली में बिहार में प्रथम स्थान पर बक्सर

बक्सर अप टू डेट न्यूज़ :- जल जीवन हरियाली अंतर्गत जन संवाद का आयोजन समाहरणालय स्थित सभागार में उप विकास आयुक्त योगेश कुमार सागर की अध्यक्षता में की गई।

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इस संवाद में प्रख्यात पर्यावरणविद “जल पुरुष” डॉ राजेंद्र सिंह के सहयोगी , बिहार संवाद यात्रा के संयोजक, जल प्रहरी मनोहर मानव और उनकी टीम, ईश्वर भाई, अरविंद कुशवाहा, दीपक कुमार, अरुण कुमार एवं डीपीओ मनरेगा, नमामि गंगे के नोडल, जिला शिक्षा पदाधिकारी बक्सर, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एवं जल जीवन हरियाली से संबंधित सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी गण एवं अन्य संबंधित पदाधिकारियो ने भाग लिया।

सर्वप्रथम उप विकास आयुक्त ने बताया कि बक्सर जिला जल जीवन हरियाली अंतर्गत पूरे बिहार में प्रथम स्थान पर है। जल जीवन हरियाली अंतर्गत तालाब/आहार/पइन का निर्माण, चेक डैम का निर्माण, वृक्षारोपण किया जा रहा है एवं पर्यावरण अनुकूलन खेती हेतु जैविक खेती, टपकन सिंचाई एवं अन्य नई तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है। साथ ही गंगा के पानी को प्रदूषण से बचाने के लिए शीघ्र ही सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण का प्रयास किया जा रहा है।डीपीओ मनरेगा द्वारा जल जीवन हरियाली अंतर्गत बक्सर जिला अंतर्गत चलने वाली विभिन्न योजनाओं के बारे में सभी को अवगत कराया।

पृथ्वी निस्वार्थ, निशुल्क हमें सारी सुविधाएं प्रदान करती है

मनोहर मानव ने अपने वक्तव्य में बताया कि जल जीवन हरियाली के संबंध में बिहार सरकार के प्रयास को संयुक्त राष्ट्र में भी सराहा गया है। पृथ्वी निस्वार्थ, निशुल्क हमें सारी सुविधाएं प्रदान करती है बदले में हम सभी को अपने इस धरा को स्वच्छ, सुंदर, प्रदूषण मुक्त बनाने का प्रयास करना चाहिए साथ ही बच्चों के अंदर प्रकृति के प्रति विशेष लगाव एवं बच्चों की भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रयास करना चाहिए, जिससे हम एक भावी पीढ़ी को प्रकृति संरक्षक के रूप में निर्माण कर सकें।

संवाद यात्रा 25 अप्रैल को पटना से होगा प्रारंभ

कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बक्सर ने बताया कि जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करते समय अभिभावकों से यह भी शपथ पत्र लिया जाता है कि वह एक पौधा जरूर लगाएंगे साथ में गंगा नदी में गंदगी न फैलाएं इसके लिए हाथ जोड़ो अभियान भी चलाया जा रहा है। मनोहर मानव ने परंपरागत रूप से नदियों, तालाबों, कुओं के संरक्षण करने के लिए प्रयास करने पर अधिक बल दिया साथ ही सभी लोगों से प्रकृति के संबंध में अपने विशेष योगदान के द्वारा प्रकृति की सुंदरता, जमीन के जल स्तर को बढ़ाने, वायु को स्वच्छ रखने, पानी को प्रदूषण मुक्त करने, अपने आसपास के वातावरण को पर्यावरण अनुकूलन रखने के लिए अपना बहुमूल्य योगदान देने का प्रयास करना चाहिए जिससे भावी पीढ़ी को हम एक स्वच्छ वातावरण दे सके।

यह संवाद यात्रा 25 अप्रैल को पटना से प्रारंभ होकर 27 मई में मधुबनी में समाप्त होगी जिसमें 24 जिलों में जल जीवन हरियाली अंतर्गत जन संवाद किया जाएगा।

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