अपने सुरीली संगीत से 13 साल की उम्र से पहले ही छात्रा शिवानी बिखेर रही है जलवा
लोग संगीत के हुए दीवाने ,रोजाना किसी गांव शहर में रहता है स्टेज कार्यक्रम
बक्सर अप टू डेट न्यूज़ :- भटवालिया गांव की शिवानी अपनी गायकी से काफी चर्चा में है एक तरफ उसका सोशल मीडिया पर स्कूल का गाना काफी ज्यादा वायरल हो रहा है।तो वही अब वह अपने संगीत से विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमो में पहुंच अपने गानों से दर्शको को झूमाने का काम कर रही है।आज बालिका अंतराष्ट्रीय दिवस के मौके पर दैनिक भास्कर की टीम द्वारा शिवानी कुमारी से भेंट कर खास बात चीत किया गया।जिसमे शिवानी ने बताया कि दादा व माता पिता के सहयोग से मैं स्कूल के कार्यकर्मो में गाते गाते आज रिकार्डिंग स्टूडियो तक पहुंच चूंकि हु।शिवानी का सपना है कि वह भोजपुरी गायकी में शोहरत कमाने के साथ भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्री में भी जलवा बिखरेगी।
पिता स्टेज पर करते है कमेडी
शिवानी द्वारा बताया गया कि संगीत उनके परिवार में ही बसा है पिता गोपाल सिंह स्टेज पर छोटे मोटे कमेडी तो दादा लोकगीत के बहुत प्रेमी थे।होली दिवाली में उसके यहां गायकों की जब मंडली बैठती थी तो उसे भी गाने की इक्क्षा जागी।जिसके बाद घर मे रखे हारमोनियम और ढोलक पर हाँथ फेरने लगी।और धीरे धीरे घर से गाना गाने का अभ्यास करने लगी।
शिवानी अब 13 साल की हो गई है।उसके द्वारा बताया गया कि वह 7 साल की उम्र से गाना प्रारम्भ कर दी थी। लेकिन जब 8 साल की हुई तो उसके पिता जी को लगा कि बेटी अच्छा गा रही है।इसको संगीत की गुरु की जरूरत है।तब से बक्सर जिले के जय प्रकाश तिवारी के सानिध्य में संगीत सिख रहीं हु।उसके बाद कई स्टेज प्रोग्राम के साथ साथ कई गाने भी रिलीज हुआ है।लग्न के दिन के कहि न कही उसका स्टेज प्रोग्राम हमेशा रहता है।
कर्जा ना कबो माई बाबू के भराई हुआ था गीत वायरल
अच्छा गाती थी तो स्कूल के हर कार्यक्रम टीचर हमसे गाना गवाते थे।उसी बीच कर्जा ना कबो माई बाबू के भराई हो गाना विद्यालय में गवाया गया।जिसको एक टीचर द्वारा उसे फेसबुक पर डाल दिया गया।उसके यह गाना बहुत ही लोगो द्वारा आगे बढ़ाने का कार्य किया गया।जिसको हमारे गुरुजी द्वारा ही लिखा गया था।इस गाने का रिकार्डिंग पूरी हो गई है।बहुत जल्द ही यह गाना यूट्यूब व विभिन्न चैनलों के माध्यम से देखने को मिलेगा।
शिवानी के संगीत गुरु जेपी तिवारी ने बताया कि मैं एक भोजपुरी सिंगर और मयुक्जिक डाइरेक्टर भी हूं।हमे अच्छा लग रहा है कि हमारी शिष्या की दिन पर दिन प्रशंसको की संख्या बढ़ रही है।उन्होंने बताया कि एक संगीत कार्यक्रम में शिवानी के पिता उसको लेकर पहुंचे हुए थे।मैं भी उस कार्यक्रम में पहुंचा हुआ था।तो देखा कि बच्ची रिदम पर बहुत बेहतरीन गा रही है।जब बच्ची को अपने स्टूडियो में बुलाये तो उसके फादर लेकर आये और शिवानी को हमे सपुर्द कर दिया कि आप ही इसके माँ बाप है।इसको सिखाइये।तब से आज तक शिक्षा चल रहा है।और कई इसका गाना भी रिलीज हो गया है।और दिन पर दिन यह संगीत में अच्छा कर रही है।
लोग संगीत के हुए दीवाने ,रोजाना किसी गांव शहर में रहता है स्टेज कार्यक्रम
संगीत की दुनिया मे दिनपर दिन नाम कमा रही बिटिया शिवानी के पिता गोपाल सिंह ने बताया कि हमे अपने शिवानी पर बहुत ही गर्व है। इसे आगे बढ़ाने में जितना मेहनत करना होगा उतना हम करंगे।और अपने बिटिया के हर सपने को साकार करने का प्रयास करेंगे।पिता द्वारा बताया गया कि घर के पास बैठका में जब भजन कृतन होता था तो शिवानी वहाँ बैठी रहती थी।
तभी एक नाल वादक द्वारा उसे गाने को कहा गया तो छोटी से उम्र में इतना सुंदर गाई तो उन्होंने ही इसे संगीत सिखाने की प्रेरणा दी।उनके बाद गांव में कही गाना बजाना होता था तो शिवानी को लेकर पहुंच जाता था और एक दो गाना इसे भी गाने का मौका देने की मिन्नत करता था।लेकिन आज लोग खुद इसका कार्यक्रम गाने के लिए फिक्स कर रहे है।जिसे देख बहुत अच्छा लग रहा है।