सोशल मीडिया पर ख्याति प्राप्त करने के लिए सिंगर गा रहे अश्लील गीत : संजू सिंह
संस्कृति और सभ्यता को ध्यान में रखते हुए लोक गायकी में अपनी अलग पहचान बना चुकी है संजू सिंह

बक्सर अप टू डेट न्यूज़ | यूपीएससी की परीक्षा में बिहार की बेटियों की कामयाबी हासिल करने के बाद बिहार के हर वर्ग के लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने को लेकर लोक गायिका संजू से एक गीत लिखा और गया है। जिसकी काफी चर्चा हो रही है। इस गीत को उन्होंने बिहार के बच्चों में शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए गाया है जिससे बच्चे जागरूक होंगे साथ साथ परिवार भी जागरूक होगा।

निजी कार्य से अपने गांव आई संजू सिंह ने बातचीत के दौरान कहा कि बिहार के लोगों में प्रतिभा की कमी नही है बस जरूरत है उसको संजोने और संवारने की। देश के अलावा विदेशों में भी लोग बिहारियों की प्रतिभा को अब लोहा मान रहे हैं। बातचीत के क्रम में उन्होंने गीत के दो लाइन गाकर सुनाया। “तन और मन की गुलामी छोड़ो ज्ञान का दीप जलाओ, आधी रोटी खाओ लेकिन बच्चो को पढ़ाओ, खुद का मान बढ़ाओ जग में सम्मान पाओ। हम सब का हो एक सपना, पढ़ा लिखा हो हर कोई अपना।
ज्ञान की शक्ति दिखला देंगे दुनिया को हम बतला देंगे मिलकर कदम उठाओ, आधी रोटी खाओ लेकिन बच्चों को पढ़ाओ। पढ़ो रे मुन्ना पढ़ो रे मुनिया चांद पर पहुंच गई अब दुनिया…।” संजू सिंह वर्तमान में सोहनलाल इंटर कॉलेज में हिंदी की अध्यापिका है, जो जिले के इटाढ़ी थाना अंतर्गत जमुआव गांव की रहनेवाली है। उनके पति बिनोद सिंह मिर्जापुर में होमगार्ड कमांडेंट के पद पर पदस्थापित हैं। संजू सिंह संस्कृति और सभ्यता को ध्यान में रखते हुए लोक गायकी में अपनी अलग पहचान बना चुकी है। वह अपना आदर्श शारदा सिन्हा को मानती है, जबकि गुरु सत्या गुप्ता को जो बनारस की शास्त्रीय संगीत गायिका है।
उन्होंने कहा कि सस्ती लोकप्रियता और सोशल मीडिया पर ख्याति पाने के लिए आजकल के गायक द्विअर्थी और अश्लील गीत गा रहे हैं। वहीं कुछ कलाकार लोकगीत को भी बदनाम कर रहे हैं। जिन लोगों को लोकगीत के विधा की जानकारी भी नहीं और अपने आप को लोकगीत गायक कहने लगते हैं। उन्होंने बताया लोकगीत में बढ़ रही अश्लीलता को कैसे कम किया जाय इसको लेकर हाल ही में मिर्जापुर आई नेहा सिंह राठौर से चर्चा हुई है। पूर्व में भी टीवी चैनल पर भी तृप्ति शक्या, अनामिका अंबर जैन के साथ डिबेट भी हुआ है। वही विनोद सिंह ने बताया कि हमलोग सामाजिक कुरीतियों पर फिल्म भी बना चुके हैं जिसमें थेथर चला देश सुधारने, इश्क, शादी के चक्कर में इत्यादि शामिल है।
उतर प्रदेश सरकार के आग्रह पर हमने मतदाता जागरूकता गीत भी लिखा और गाया जो काफी चर्चित रहा। इसके अलावा अभी हाल के दिनों में विंध्याचल में आयोजित विंध्य महोत्सव में भी प्रस्तुति दी थी।



