फरक्का एक्स. में किडनैप बच्ची मिली, मासूम को बेचने की चल रही थी तैयारी
बक्सर अप टू डेट न्यूज़ | बक्सर में गाड़ी संख्या 03414 डाउन क्लोन फरक्का एक्सप्रेस से दिल्ली की 8 साल की बच्ची को सकुशल बरामद कर किया गया। उसे किडनैपर समस्तीपुर में बेचने जा रहा था। बच्ची का अपहरण तीन दिन पहले हुआ था। फतेहपुर बेरी थाने में अपहरण का मामला दर्ज है।
सीसीटीवी के आधार पर पता चला कि किडनैपर बच्ची को लेकर गाड़ी संख्या 19313 डाउन इंदौर-पटना एक्सप्रेस में बैठा है। मामले की जानकारी डीसीपी दिल्ली पुलिस, रेल उपाधीक्षक दानापुर और आरपीएफ इंस्पेक्टर दिलदारनगर को हुई तो आरपीएफ-जीआरपी हरकत में आई। बक्सर में जवान ट्रेन में पर चढ़े, पर बच्ची और किडनैपर नहीं मिले।
बाद में डीसीपी दिल्ली पुलिस से नई सूचना मिली कि किडनैपर ने ट्रेन बदल ली और अब वह गाड़ी संख्या 03414 डाउन क्लोन फरक्का एक्सप्रेस में सफर कर रहा है। आरपीएफ के जवान रघुनाथपुर स्टेशन पर फरक्का एक्सप्रेस में चढ़ गए। बच्ची और किडनैपर को बरामद कर लिया।
दोस्त के साथ मिलकर किया था अपहरण
किडनैपर ने खुद का नाम रोहित बताया जो समस्तीपुर का रहने वाला है। उसने स्वीकार किया कि उसने बच्ची को बेचने की साजिश रची थी। इसमें और लोग भी शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस के अनुसार किडनैपर रोहित कुमार ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर बच्ची को किडनैप किया था। बच्ची को बिहार में अपने किसी परिचित के पास बेचने की साजिश बना रहे थे, जिनकी कोई संतान नहीं है, उसे ही बेचना था। बच्ची को किडनैप करने का मकसद पैसे कमाना था।
ऑपरेशन में रेलवे सुरक्षा बल के प्रभारी निरीक्षक दीपक कुमार के निर्देशन में आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने सक्रियता दिखाई। टीम में आरपीएफ के उप निरीक्षक दिनेश चौधरी, हेड कांस्टेबल ब्रजेश राय, कांस्टेबल अशोक कुमार, कांस्टेबल श्याम नारायण सिंह यादव और जीआरपी के सिपाही रंजय कुमार शामिल थे। इनकी सतर्कता और तत्परता से ही यह ऑपरेशन सफल हो पाया।
दिल्ली पुलिस के हवाले किया
बच्ची और किडनैपर को पकड़ने के बाद दोनों के फोटो व्हाट्सएप के जरिए दिल्ली पुलिस को भेजी गई। जहां से पुष्टि होने के बाद बच्ची और आरोपी को बक्सर लाया गया। दिल्ली पुलिस की टीम के आने पर बच्ची को सुरक्षित सौंपा गया। आरोपी को गिरफ्तार कर दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया गया। बच्ची को पुलिस की देखरेख में रखा गया है।