चौसा स्टेशन पर पहुंचे डीआरएम, एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव की मांग
बक्सर अप टू डेट न्यूज़:- रेलवे यात्री संघर्ष समिति के आग्रह पर चौसा स्टेशन पर उतरे डीआरएम ने स्टेशन का निरक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।वही संघर्ष समिति के सदस्यों द्वारा चौसा स्टेशन पर यात्रियों के मूल बहुत सुविधा को अवगत कराते हुए कोरोना काल मे बन्द हुए एक्सप्रेस ट्रेनों का चौसा स्टेशन पर फिर से ठहराव करने के लिए मांग किया गया।वही डीआरएम ने समिति को अश्वशान दिया कि आपकी मांगो पर विचार किया जाएगा।इसका नेतृत्व रेलवे यात्री संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार यादव द्वारा किया गया।
बता दे कि शुक्रवार की शाम डीडीयू से लौटने के दौरान डीआरएम प्रभात कुमार चौसा रेलवे स्टेशन पर अपने निरीक्षण वाहन से उतर गये।जिनका रेल यात्री संघर्ष समिति द्वारा फूल माला व बुके दे सम्मानित किया गया।उसके बाद चौसा स्टेशन पर पुरूष महिला प्रतिक्षालय ,बिना गेट के शौचालय,पानी की व्यवस्था प्लेटफार्म पर यात्री सेड का जायजा लेते हुए मौजूद पदाधिकरीयो को दुरुस्त करने का दिशा निर्देश दिया गया।
स्टेशन पर यात्रियों की मूलभूत सुविधओं को ले अधिकरियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
रेल यात्री संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ मनोज यादव ने कहा कि चौसा रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश तथा बिहार का सीमावर्ती स्टेशन है। जहाँ 26 जून 1539 में शेरशाह और हिमायूँ के बीच युद्ध हुआ था और युद्धोंपरांत शेरशाह का विजय हुआ था। साथ ही चौसा महर्षि च्वयनमुनी की तपोभूमि है और हाल ही में इस देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्रीमान् नरेन्द्र मोदी द्वारा 1320 मेगा वाट विद्युत ताप गृह का चौसा में ही आधार शिला रखी गई है। जहाँ से कई एक राज्यों को बिजली उत्पादन के दौरान बिजली की आपूर्ति की जायेगी। जहाँ पर करीब 10 हजार से अधिक कर्मी एवं पदाधिकारी कार्यरत है। इस स्टेशन से तीन जिला जैसे बक्सर, कैमूर, रोहतास से यात्री आकर ट्रेन पकड़ते है। यह स्टेशन से करीब 300 से उपर गांव के आम लोगों को आने-जाने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
बहुत दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि कोरोना काल में बंद गाड़ी जो चौसा रेलवे स्टेशन पर पूर्व से ठहराव था। उसको भी वहां से हटा दिया गया। इन्हीं सब बिन्दुओं को लेकर पूर्व में भी कई एक बार धरना प्रदर्शन एवं अनशन के माध्यम से मांग-पत्र भी दिया जा चुका है। लेकिन आज तक किसी प्रकार का कार्यवाई नहीं की गई जो जनहित की अनदेखी है।
मिला आश्वासन, करेंगे विचार
मांग पत्र सौपते हुए कहा कि यात्रियों के सुविधा को देखते हुए इस स्टेशन पर रुकने वाली फरक्का, पटना कुर्ला,अपर इंडिया एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव फिर से किया जाये।साथ ही यहां थर्मल पावर के कर्मियों को ध्यान में रखते हुए श्रमजीवी और विभूति ट्रेन का नया ठहराव किया जाए।डीआरएम प्रभात कुमार में मांग पत्र लेते इस पर विचार करने का आश्वासन दिया है।
मौके पर संयोजक मृत्युंजय कुमार दुबे(RTI कार्यकर्ता),उपाध्यक्ष रामाअशीष कुशवाहा, सुनिल कुमार मालाकर (अधिवक्ता), बेनीमाधव राजभर, ई० नितेश कुमार उपाध्याय, भृगु चौहान, कन्हैया मालाकार, ठाकुर प्रसाद कानु, उपेन्द्र यादव, मुन्ना प्रसाद खरवार, शिवमुनी राम, रामप्रवेश राजभर, बोदा माली, भरत पाण्डेय, आदि सैकड़ो लोग मौजुद थे।