उपद्रव मामले में 39 नामजद, 300 अज्ञात किसानों पर FIR

बक्सर अप टू डेट न्यूज़ | चौसा में 85 दिन से शांतिपूर्ण धरने पर बैठे किसानों पर प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी। दूसरी तरफ नेताओं की सियासत चालू हो गई। दो दिन से नेताओं का काफिला भी किसानों से मुलाकात करने पहुंचने लगी है। किसानों की मांग को जायज बताते हुए प्रशासन की कार्रवाई को गलत बताते हुए निंदा की जा रही है।

चौसा थर्मल पॉवर प्लांट के गेट पर उपद्रव मामले में 39 लोगो पर नामजद FIR तो वहीं 300 अज्ञात लोगो पर हुआ है।यह उपद्रव छत के रास्ते किसान के घर मे घूंस कर पुलिस द्वारा महिलाओं और बच्चों पर अत्यचार करने का वीडीयो वायरल हुआ तो पुलिस के खिलाफ आसपास गांव के युवाओं में आक्रोश भड़क गया था।SP मनीष कुमार द्वारा बताया गया कि सरकारी सम्पति को नुकसान आगजनी और पुलिस पर हमला करने का आरोप है।
84 दिन धरने पर बैठे किसान जब प्रशासन ने कानून को हाँथ में लिया तभी उग्र हुए है।बता दे कि 9 जनवरी को बिना किसानों के भूमि के मुवावजा दिए बिना हि उनके जमीन पर कार्य प्रराम्भ कर दिया गया।जहां रोकने पहुंचे किसानों को मुफस्सिल थाना की पुलिस ने लाठी के जोर पर खदेड़ दिया कुछ समाज के सम्मनित किसानो को कॉलर पकड़ धक्का भी दिया।और उनकी जमीन पर काम लगा दिया।जिसपर आक्रोशित किसानों ने 10 जनवरी को थर्मल पावर के मुख्य गेट के पास धरने पर बैठ गए।जिनसे शाम पांच बजे तक कोई अधिकारी बात करने नही पहुंचा।उल्टे चौसा CO द्वारा 24 किसानों पर नामजद FIR कर दिया गया।




