अकीदत और सादगी से मना कुर्बानी का पर्व, अमन चैन की मांगी गई दुआ

बक्सर अप टू डेट न्यूज़ | ऐ अल्लाह, तेरी रजा के लिए अपने बेटे हजरत इस्माइल अलैहिस्सलाम की कुर्बानी देने वाले हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम की इबादतों के सदके मुल्क को कोरोना वबा से महफूज अता फरमा। मुल्क में रहने वालों में आपस में मोहब्बत, भाईचारा और अमन अता फरमा। ईद उल अजहा की नमाज अदा के बाद ईदगाह में इमाम ने दुआ की तो सैकड़ों नमाजियों ने आमीन कहा। कुर्बानी का पर्व जिले में अकीदत और सादगी से मनाया गया।

जिले के ग्रामीण और शहरी इलाकों में रविवार सुबह से ही ईद उल अजहा का जोश नजर आया। बच्चे, जवान और बुजुर्ग ईद की नमाज अदा करने के लिए गुस्ल, नए कपड़े और इत्र लगाकर तकबीर ए तशरीक पढ़ते हुए मस्जिदों को रवाना हुए। ग्रामीण इलाकों तुलू आफताब सूर्योदय के बाद मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई।

सदर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गोरख राम, प्रखंड विकास पदाधिकारी दीपचंद जोशी, नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार तथा तमाम पुलिस बल विभिन्न मस्जिदों तथा विभिन्न चौक चौराहों पर मुस्तैद देखे गए. जिले के अन्य इलाकों में भी संबंधित प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी थानाध्यक्ष तथा अन्य पदाधिकारी भी भ्रमणशील देखे गए।

समाजसेवी साबित रोहतासवी तथा प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर दिलशाद आलम बताते हैं कि ईद उल-अजहा खुशी और शांति का अवसर है, जो सभी लोग अपने परिवारों के साथ मनाते हैं. उन्होंने तमाम लोगों को इस त्यौहार की मुबारकबाद दी और कहा कि और भी खुशी की बात यह है कि सबसे बड़े कब्रिस्तान दूध पोखरी कब्रिस्तान में लोग जुटे और उन्होंने नमाज अता की. यहां बेहतरीन इंतजामात किए गए थे।  इस दौरान सभी पुरानी शिकायतों  और गिले – शिकवों को दूर करते हैं और एक दूसरे के साथ बेहतर संबंध बनाते हैं।यह पैगंबर अब्राहम की ईश्वर के लिए सब कुछ बलिदान करने की इच्छा के यादगार त्योहार के रूप में मनाया जाता है।

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